रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि।। विमोह जोगनामोह सर्व मोग्या था था थाह स्वाहा जानिए की केसे करें बिना तोड़-फोड़ के वास्तु सुधार कई बार देखा जाता है कि अचानक खुले में शौच आदि के लिए जाने वाला व्यक्ति के आते ही तबीयत बिगड़ जाती है। उसपर दबाएं https://moshed075qrt5.eveowiki.com/user