इस पर माता पार्वती ने उनको कुछ देर आराम करने को कहा और स्नान करने चली गईं. मां काफी देर तक स्नान करती रहीं, इसी बीच दोनों सहचरी कहती रही कि उनको भूख लग रही है. जाग्रत्स्वपन्नपि शिवे तव मन्त्रराजमेवं विचिन्तयति यो मनसा विधिज्ञः । Then if you reside in https://directory-b.com/listings12753094/chinmastika-options